काशीपुर। क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। रोजाना कई मरीज सरकारी अस्पताल में पहुंच रहे हैं। इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी काफी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं।
लगातार पड़ रही गर्मी का आलम यह है कि दिन में बाहर निकल पाना मुश्किल हो रहा है। सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक बाजारों में सन्नाटा पसर जाता है। पंखे तो दूर कूलर भी गर्मी से राहत नहीं दे पा रहे हैं। गर्मी के साथ लोग डायरिया के चपेट में आ रहे हैं। खासकर बच्चे व महिलाएं। अस्पतालों में रोजाना डायरिया के मरीज पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पताल प्रबंधन बेहतर चिकित्सा सुविधाएं होने का दावा कर रहा है। एलडी भट्ट राजकीय चिकित्सालय के सीनियर सर्जन डॉ. हरीश पंत का कहना है कि अस्पताल में दवाओं के साथ ओआरएस उपलब्ध है। यदि उल्टी-दस्त की शिकायत हो तो घरेलू उपचार में चीनी व नमक का घोल जरूर पीएं। ग्लूकोज का भी सेवन किया जा सकता है। ज्यादा उल्टी दस्त होने पर चिकित्सक से संपर्क करें। थोड़ी सी लापरवाही से जान भी जा सकती है। उन्होंने बताया कि हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है। पानी और अन्य तरल पदार्थ पीते रहें। दस्त बंद होने तक एक या दो दिन तक उच्च तरल आहार का पालन करें। मीठे जूस, कैफीन, कार्बोनेटेड पेय, डेयरी उत्पाद और चिकने, बहुत मीठे या अधिक फाइबर वाले खाद्य पदार्थों से बचें।
संपादक: जुगनू खबर
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