June 8, 2025

वसुधैब कुटुम्बकम् काशीपुर के अनुरोध पर आंठवा नेत्रदान, समाज से मिला सहयोग…

ब्रह्मालीन श्री मति चंद्रप्रभा लीखा के देहावसान के पश्चात उनके पति श्री कश्मीरी लाल लीखा जी एवम सुपुत्र सौरभ लीखा जी ने नेत्रदान की सहमति प्रदान कर समाज को अनुकरणीय मिसाल दी। अब माता जी की आंखें दुनिया देखती रहेंगी जिससे उनके प्रिय जन उनकी स्मृति को अमरत्व प्रदान करेंगे ।
सुभाषनगर निवासी चंद्रप्रभा लीखा जी स्वयं सामाज सेवा व धार्मिक कार्यों में संलग्न रहीं । यह सराहनीय कार्य भी उनके जीवन प्रवृत्ति के अनुरूप है ।
चंद्रप्रभा लीखा जी के ब्रह्मलीन होने के समाचार पर दिनांक 17 फरबरी को वसुधैव कुटुम्बकम के अनुरोध पर कागजी औपचारिकता पूरी कर शरीर से दान की गई आंखे (कॉर्निया) प्राप्त कर आई बैंक को प्रदान की गईं।
वसुधैव कुटुम्बकम् के सदस्य प्रांशु पैगिया ने बताया कि संस्था द्वारा अभी तक 8 लोगों के नेत्रदान हुए हैं । लोगों में जागरूकता बढ़े इस हेतु संस्था लगातार प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि नेत्रदान से किसी प्रकार का अंग भंग नही होता। महिला सचिब रूमा अग्रवाल ने बताया कि वसुधैब की टीम को नेत्रदान करवाने हेतु वसुधैब कुटुम्बकम् की टीम को (24×7)
98370 80678 या 9548799947 पर किसी भी समय संपर्क किया जा सकता है । उन्होंने बताया कि नेत्रदान के लिए शुगर, बीपी के मरीज, मोतीयविन्द के आपरेशन( आंखे बनी होना) आदि से कोई फर्क नही पड़ता।
संरक्षक योगेश जिंदल जी, अध्यक्ष विकास जैन, सचिव प्रियांशु बंसल, कोषाध्यक्ष सौरभ अग्रवाल, संस्थापक सदस्य आशीष गुप्ता, अजय अग्रवाल, दीपक मित्तल, अनुज सिंघल, अंकुर मित्तल, सीए सचिन अग्रवाल, वसुधैव कुटुंबकम् काशीपुर के तत्वाधान में सम्पन्न कराये इस महान कार्य के प्रति नेत्रदानी अग्रवाल परिवार का आभार व्यक्त किया और परम पिता परमेश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति की प्रार्थना की । साथ ही क्षेत्र वासियों से मरणोपरांत नेत्रदान कराने में वसुधैव कुटुंबकम् काशीपुर को सहयोग का आग्रह किया। इस नेत्रदान में श्री सुशील खरबन्दा एवम श्री सुरेन्द्र छाबड़ा जी का विशेष योगदान रहा। 🙏

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