June 8, 2025

काशीपुर क्या आपने कभी सोचा है कि अखबार की चमकती सुर्खियाँ, किताबों के पन्नों पर सजे शब्द, और रंगीन पत्रिकाओं की आकर्षक छपाई आखिर होती कैसे है? इसी रहस्य को जानने के लिए होली एंजेल पब्लिक स्कूल, खर्मासा, काशीपुर के उत्सुक छात्रों ने हाल ही में एक प्रिंटिंग प्रेस का रोमांचक शैक्षिक दौरा किया। यह अनुभव उनके लिए सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि एक ज्ञान की खिड़की खोलने जैसा था, जहां उन्होंने शब्दों को कागज पर उतरते हुए अपनी आँखों से देखा!

प्रिंटिंग प्रेस में कदम रखते ही छात्रों को एक अलग ही दुनिया का एहसास हुआ – तेज़ी से घूमती मशीनें, दौड़ती स्याही, और पन्नों पर उभरते शब्दों की कहानी। विशेषज्ञों ने उन्हें टाइपसेटिंग, ऑफसेट प्रिंटिंग, इंकिंग प्रोसेस और बाइंडिंग जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं से परिचित कराया। छात्रों ने जाना कि कैसे एक लेख, जिसे कोई लेखक अपने विचारों से गढ़ता है, पन्नों पर छपकर लाखों लोगों तक पहुँचता है।

दौरे का सबसे रोमांचक हिस्सा था लाइव प्रिंटिंग डेमो, जहां छात्रों ने देखा कि कैसे एक कोरी कागज की शीट देखते ही देखते शब्दों और तस्वीरों से भर जाती है। उन्होंने जाना कि एक अखबार या किताब छापने में कितनी बारीकी, तकनीकी कौशल और मेहनत लगती है।

स्कूल की प्रधानाचार्या उपासना यादव जी ने इस दौरे को छात्रों के बौद्धिक विकास का सुनहरा अवसर बताया। उन्होंने कहा, “शब्द केवल पढ़ने के लिए नहीं होते, वे सोचने, समझने और जीवन को आकार देने के लिए होते हैं। इस यात्रा ने छात्रों को यह सिखाया कि ज्ञान केवल किताबों में नहीं, बल्कि उनके निर्माण की प्रक्रिया में भी छिपा होता है।”

छात्र इस दौरे से इतने प्रभावित हुए कि कई ने पत्रकारिता, प्रकाशन और डिजाइनिंग जैसे क्षेत्रों में करियर बनाने की इच्छा जताई। कुछ ने तो यह भी कहा कि वे अब अपने खुद के मिनी मैगज़ीन या न्यूज़लेटर्स बनाने का सपना देख रहे हैं!

यह शैक्षिक दौरा छात्रों के लिए केवल एक सीखने का अवसर नहीं था, बल्कि यह उनके रचनात्मक सोच और जिज्ञासा को जगाने वाली प्रेरणादायक यात्रा बन गया। कौन जानता है, हो सकता है कि भविष्य में इन्हीं में से कोई एक अगली मशहूर किताब या अखबार का संपादक बने!

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