June 7, 2025


उत्तरप्रदेश मुरादाबाद आपसी भाईचारा और सोहार्द पूर्वक प्रेम के साथ मनायें ईद-उल-फितर का त्योहार।ब्लॉक भगतपुर-टांडा के गांव रानीनागल निवासी कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य पद के वार्ड नंबर 36 से से प्रत्याशी जनाब अतीक अहमद अंसारी ने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी देशवासियों एवं क्षेत्रवासियों को आगामी त्यौहार ईद-उल-फितर की मुबारकबाद देते हुए सभी से त्योहार को शांति पूर्वक आपसी भाईचारे के साथ मनाने की अपील की।कहा कि कोई भी त्योहार हो हम सभी को आपस में मिलजुल कर मनाना चाहिए।उन्होंने कहा कि कमजोर की मदद करना और सच्चाई के रास्ते पर चलना ही इस पर्व का सार है। समाज की मजबूती आपसी भाईचारे से होती है। दुनिया के सारे धर्म जोड़ने की शिक्षा देते हैं। उन्होंने कहा कि मनुष्य की पहचान उसके कर्म और चरित्र से होती है। इसलिए हम सब को अपनी संस्कृति और धर्म को आगे बढ़ाते हुए समाज कल्याण का काम करना चाहिए
इस्लाम में अमीर, गरीब, छोटे-बड़े, ऊंच-नीच, जाति का कोई भेदभाव नहीं है। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में जात व धर्म की राजनीति करके समाज को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जो लोग जात – पात व धर्म की राजनीति करते हैं उनको मुंह तोड़ जवाब देने का काम करे। ईद का त्योहार खुशियों का त्योहार है इसे सभी देशवासी मिलजुल कर मनायें।

शांति पूर्वक नमाज अदा कराने के लिये ड्यूटी पर मुस्तैद थानाध्यक्ष भगतपुर

      

  क्षेत्र में शांतिपूर्वक अदा हुई अलविदा जुमे की नमाज

मुरादाबाद भगतपुर  क्षेत्र में शुक्रवार को माहे रमजान के आखिरी जुमा यानी अलविदा जुमा की नमाज क़स्बा बुढानपुर अलीगंज और आसपास के क्षेत्रों में अकीदत के साथ शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई। कस्बे की जामा मस्जिद में मौलाना मौ० फईम ने अलविदा जुमे की नमाज अदा कराई। नमाज से पूर्व मौलाना मौ० फईम, ने खिताब करते हुए रोजा, नमाज व जकात की फजीलत बयान की कहा कि यह रमजान का तीसरा और आखिरी अशरा चल रहा है। इस अशरे में एतखाफ का भी बड़ा महत्त्व है, जिसमें सभी मोमिनों को अपने रब को राजी करने के लिए कलमा ए तैयबा और अस्तगफार की कसरत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस आखिरी अशरे में खूब इबादत करें। ज्यादा समय अल्लाह के घर में गुजारें।कुरान की तिलावत करें तथा अपने रब से लौ लगाने में दरूद शरीफ को कसरत से पढ़ें, हो सके तो आंसू बहाकर अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगे। जामा मस्जिद के अलावा अलविदा जुमा की नमाज नूरी मस्जिद, सकलैनी मस्जिद,तथा सावरी मस्जिद में भी अकीदत ओर सौहार्दपूर्ण माहौल में अदा की गई। नमाज के बाद सभी ने अल्लाह की बारगाह में हाथ उठाकर मुल्क में अमन चैन ओर भाईचारे की दुआएं मांगी।

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