June 8, 2025

काशीपुर , 11 मई: मातृत्व का सम्मान, ममता की भावनाओं का उत्सव और मां के प्रति कृतज्ञता की अभिव्यक्ति—इन सभी भावनाओं को समेटे हुए मास्टर इंटरनेशनल स्कूल, काशीपुर में मातृ दिवस का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न सिर्फ विद्यार्थियों बल्कि उनकी माताओं के लिए भी अविस्मरणीय अनुभव बन गया।


कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में काशीपुर नगर निगम की पूर्व महापौर श्रीमती ऊषा चौधरी उपस्थित रहीं। विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेविका श्रीमती नीलिमा अग्रवाल और एडवोकेट श्री पंकज अग्रवाल ने शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसे अतिथियों के साथ विद्यालय की प्रबंधिका श्रीमती शिल्पी गर्ग ने प्रारम्भ किया।


कार्यक्रम की शुरुआत कक्षा चार से सात तक के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत “माँ ओ माँ” और “लुका-छुपी” जैसे भावपूर्ण गीतों से हुई, जिसने दर्शकों की आँखों में नमी ला दी। इसके बाद जब माताओं ने अपने बच्चों के साथ मंच पर नृत्य किया, तो पूरा वातावरण भावनात्मक और उल्लास से भर गया। एलकेजी और यूकेजी के बच्चों ने “मेरी माँ के बराबर कोई नहीं” गीत पर भाव-विभोर कर देने वाला नृत्य प्रस्तुत किया।


मुख्य अतिथि श्रीमती ऊषा चौधरी ने सभी माताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “माँ न सिर्फ परिवार की धुरी होती हैं, बल्कि समाज और राष्ट्र की नींव भी वही हैं। विद्यालय द्वारा मातृ दिवस को इस रूप में मनाना अत्यंत सराहनीय पहल है।” उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की ओर भी सभी को प्रेरित किया और कहा कि “धरती माता के प्रति प्रेम प्रकट करने के लिए पेड़ लगाएं।”


मातृ दिवस के अवसर पर श्रीमती नीलिमा अग्रवाल ने सभी माताओं को हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि “माँ एक ऐसा पावन रूप है जो ईश्वर की अनुपस्थिति की पूर्ति करती है।” माँ न केवल हमारे जीवन की जननी होती है, बल्कि वह हमारी प्रथम शिक्षक, मार्गदर्शक और सबसे सच्ची मित्र भी होती है।
नीलिमा अग्रवाल ने आगे कहा कि जो हम वंदे मातरम कहते हैं इसका अर्थ है कि हम अपनी भारत मां की वंदना करते हैं तो सबसे बड़ी मां हमारी भारत मां है और हमें इसके लिए हमेशा ईमानदार और कर्तव्य निष्ट रहना चाहिए। भारत माँ की तुलना किसी और से नहीं की जा सकती, क्योंकि वह हर रिश्ते में सर्वोपरि होती है।


विशिष्ट अतिथि श्री पंकज अग्रवाल ने कहा, “इस दिन हमें उन माताओं को भी याद करना चाहिए, जिनके बेटे देश की सेवा में सीमाओं पर तैनात हैं। वह माताएँ सच्चे अर्थों में राष्ट्र की वीरांगनाएं हैं।


वहीं कक्षा पाँच से आठ तक के विद्यार्थियों ने “ऐसी होती है माँ” विषय पर भावनात्मक नृत्य प्रस्तुत किया। बच्चों की प्रस्तुति ने माँ के त्याग, ममता और प्रेम को सुंदरता से दर्शाया। उनकी भाव-भंगिमाओं ने दर्शकों को भावुक कर दिया और कार्यक्रम की सराहना की गई।

एक विशेष आकर्षण रहा माताओं का ‘रैंप वॉक’ कार्यक्रम। पारंपरिक और आधुनिक परिधानों में सजी माताओं ने मंच पर आत्मविश्वास से कदम बढ़ाते हुए यह सिद्ध कर दिया कि वे किसी मॉडल से कम नहीं। इस प्रतियोगिता में रिमशा की माता श्रीमती मैसर जहां ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, द्वितीय स्थान काव्या यादव की माता श्रीमती रंजू यादव ने और तृतीय स्थान युवराज की माता श्रीमती शिल्पी पुष्पक को प्राप्त हुआ।
प्रधानाचार्य डॉ. गौरव गर्ग ने अपने उद्बोधन में कहा, “हमारे विद्यालय में सिर्फ शिक्षा ही नहीं, संस्कार भी दिए जाते हैं। मातृत्व जैसे रिश्ते को सम्मानित करने का यह अवसर हम सबके लिए गौरव की बात है। आप सभी माताओं को मातृ दिवस की शुभकामनाएं और हमारे विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बनने के लिए धन्यवाद।”


इसी के साथ- साथ विद्यालय की प्रबंधिका श्री मती शिल्पी गर्ग जी ने कहा कि मातृ दिवस न केवल माँ के प्रेम और त्याग को सम्मान देने का दिन है, बल्कि यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपनी माँ के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए। उनके प्रति आदर, प्रेम और सेवा का भाव बनाए रखना हमारा नैतिक कर्तव्य है।


इस विशेष अवसर पर हमें माँ के उस निःस्वार्थ प्रेम को नमन करना चाहिए, जो किसी भी सांसारिक प्रेम से कहीं ऊपर है। वास्तव में, माँ वह शक्ति है जो भगवान को भी पीछे छोड़ देती है – क्योंकि वही तो है जिसने हमें जीवन दिया।


माताओं के मनोरंजन के लिए विद्यालय ने हाउजी, 1 मिनट गेम, हुपला और कई सारे टास्क गेम आयोजित किये। जिसमें माताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और उपहार भी प्राप्त किये।
इसी के साथ-साथ कार्यक्रम में समय पर उपस्थित तीन माताओं को सम्मानित किया गया जिनके नाम क्रमशः श्रीमती कंचन अरोरा, श्रीमती एकता गुप्ता एवं श्रीमती अर्चना अरोरा हैं। सभी माताओं को विद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
विद्यालय परिसर में सजावट, बच्चों की तैयारी, माताओं की सहभागिता और शिक्षकों की मेहनत ने इस दिन को एक सुंदर याद में बदल दिया। बच्चों ने अपनी माताओं को कार्ड, उपहार और फूल भेंट किए। विद्यालय ने इस उपलक्ष में सभी माता के लिए लंच की व्यवस्था भी कर रखी थी।

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