June 7, 2025
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काशीपुर। पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा के आरोपों से आहत हो महापौर दीपक बाली द्वारा इस्तीफा दिया जा सकता है जब यह खबर काशीपुर शहर में गूंजी तो पूरे शहर में सनसनी फैल गई। व्यापारी जनता विभिन्न संगठनों के लोग सभी पार्षद किसान और मजदूर विरोधी पार्टियों के कार्यकर्ता एवं नेता शहर के अनेक बस्तियों के लोग हजारों की तादाद में सन्न रह गए और वह तुरंत नगर निगम पहुंच गए। महापौर दीपक बाली अपने घर पर थे जिन्हें फोन करके जबरदस्ती लोगों ने नगर निगम बुलाया और जैसे ही वह नगर निगम पहुंचने ही वाले थे कि निगम गेट के सामने लोग उनकी गाड़ी के सामने लेट गए। सभी ने नारे लगाए कि दीपक बाली संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं। खुद महापौर ने गाड़ी के आगे लेटे लोगों को उठाया। वह नगर निगम नहीं जाना चाहते थे मगर लोगों की भीड़ उन्हें नगर निगम ले गई लेकिन दीपक बाली अपने कार्यालय में नहीं गए तब जनता ने उन्हें नगर निगम सभागार में चलने के लिए मनाया। व्यापारियों ने घोषणा की की दीपक वाली इस्तीफा देंगे तो वह बाजार बंद कर देंगे।
उल्लेखनीय है कि महापौर दीपक वाली शपथ लेने के बाद से ही शहर के विकास में जुटे हुए हैं और करीब साढे 500 सड़कों का निर्माण शुरू करा दिया है और हजारों रुपए की योजनाएं धरातल पर आनी बाकी है। शहर में बरसात को देखते हुए नाले और नालियों की तलीझाड़ सफाई चल रही है। कई दिन पूर्व पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा भाजपा के प्रदेश महामंत्री खिलेंद्र चौधरी प्रदेश मंत्री गुरविंदर सिंह चंडोक और पीसी यू अध्यक्ष राम मल्होत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दीपक बाली पर अनेक आरोप लगाए थे और कहा था कि वह मनमानी कर रहे हैं। न जनता को विश्वास में ले रहे हैं और न संगठन को जबकि सत्यता यह है कि दीपक बाली संगठन और जनता सभी को विश्वास में लेकर काम कर रहे हैं।प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाए आरोपों से महापौर दीपक बाली आहतथे। वह लखनऊ से सीधे नैनीताल पहुंचे और वहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा की जा रही समीक्षा बैठक में शामिल हुए। उन्हें अपने मन की पीडाभी बताइई होगी। दीपक बाली देर रात काशीपुर स्थित अपने आवास पर पहुंचे। सुबह करीब 11:00 बजे एक खबर चली की दीपक वाली पूर्व विधायक के आरोपों से आहत हो इस्तीफा दे सकते हैं। इस खबर के बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई और लोग नगर निगम पहुंच गए महापौर को भी वहां बुलाया गया मगर उन्होंने नगर निगम में जाने से मना कर दिया बाद में वें जनता के मान मनव्वल पर नगर निगम सभागार पहुंचे।
सैकड़ो लोगों की भीड़ को नगर निगम सभागार में संबोधित करते हुए दीपक वाली ने कहा कि आप सभी भाइयों बहनों के प्यार ने मुझे आम कार्यकर्ता से मेयर बनाया है और आपकी भावनाओं के अनुरूप मैं विकास कार्य भी कर रहा हूं। अब मेरी समझ में यह नहीं आ रहा कि मेरी गलती क्या थी? पूर्व विधायक जी मेरे पिता तुल्य है। मैं उनसे माफी चाहता हूं। मैं उनसे लड़ नहीं सकता। बस मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें कोई दर्द था तो मुझे आदेश करते मैं जाकर उनसे मिलताऔर उनकी भावनाओं का सम्मान करता। लेकिन संगठन केलोगों को साथ लेकर उन्होंने जिस तरह से मेरे ऊपर आरोप लगाए उससे मैं बेहद दुखी हूं। मैं एक सपना लेकर आया था कि इस शहर को बेहतर करूंगा। 4 माह में मैंने बहुत कुछ किया। वह सब आपके सामने है लेकिन मैंने ऐसा क्या कर दिया कि मेरे पर आरोप लगाए जाने लगे। मैंने एक-एक मिनट विकास के लिए लगाई। हरभजन सिंह चीमा मेरे पिता तुल्य हैं और जो महानुभाव उनके साथ थे वह भी मेरे बड़े हैं। मैं अपने पिता से अपने बुजुर्ग से नहीं लड़ सकता। लिहाजा मैं अपने पद को छोड़ने का निर्णय ले चुका हूं। उनके इतना कहते ही पूरे सभागार में नारे लगने लगे की बाली जी आपको जनता ने चुना है न की नेताओं ने। फिर आप इस्तीफा क्यों देंगे? और हम आपको ऐसा नहीं करने देंगे। जाट समाज ने उन्हें पगड़ी पहनाई और कहा कि हम सब साथ हैं और कोई भी अपने घर नहीं जाएगा जब तक आप यह नहीं कहेंगे कि मैं जनता की सेवा करता रहूंगा। श्री बाली ने कहा कि मैं राजनीति नहीं सेवा करता हूं और विकास करना मेरा शौक है। मैं चाहता हूं कि काशीपुर के विकास को राजनीति की भेंट न चढ़ने दिया जाए। मैं पहले ही कह चुका हूं की राजनीति में आने का मेरा फैसला पहला था और भाजपा में आने का मेरा फैसला अंतिम फैसला है। मैं पार्टी नहीं छोडूंगा। संघ परिवार से बात करूंगा। पार्टी के बड़े नेताओं से बात करूंगा। बस मैं यही चाहता हूं कि संघ जनता और सरकार के अलावा मुझे कोई परेशान ना करें। और जिन लोगों ने प्रेस वार्ता की वह मेरे कार्यों के बीच ना आए। फिर भी उन्होंने यह नहीं कहा कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगा उन्होंने कहा कि मैं अपने लोगों से और पार्टी के लोगों से अपने बड़ों से बात करके कुछ कह पाऊंगा।
उधर व्यापारियों ने कहा कि दीपक वाली ने इस्तीफा दिया तो वें बाजार बंद कर देंगे। पर्यावरण मित्र भी उनके पक्ष में आए और वैशाली गुप्ता सहित सभी पार्षदों ने कहा कि यदि महापौर ने इस्तीफा दिया तो हम सब भी इस्तीफा दे देंगे। उधर पूर्व प्रधान सरदार महेंद्र सिंह ने कहा कि इस्तीफा दीपक बली क्यों दे? इस्तीफा तो उन लोगों को देना चाहिए जो इनके द्वारा किए जा रहे विकास में रोड़ा अटका रहे हैं। मुख्य रूप से मुक्ता सिंह अशोक सक्सेना संजय भाटिया पार्षद वैशाली गुप्ता पंकज टंडन शैलेंद्र शर्मा शैलेंद्र मिश्रा एडवोकेट महेंद्र भाटिया सरदार निशान सिंह रविंद्र राणा चक्रेश जैन बसपा नेता मुहम्मद अशरफ सिद्दीकी डीपी सिंह राजीव डंपी वीरेंद्र मिश्रा एडवोकेट मुकेश चावला समरपाल सिंह नीटू चौधरी राजू सेठी अजय बन्नू ललित बाली शोभित गुड़िया कैप्टन नेपाल सिंह नेगी राज दीपिका मधुर गगन कंबोज मनीष चावला रविंद्र राणा पूर्व सहायक नगर अधिकारी जसवीर सिंह राठी पार्षद विजय बाबी सहित हजारों लोग मौजूद थे।

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