काशीपुर। नवासा-ए-रसूल इमाम हुसैन और शहीदाने करबला की याद में मनाया जाने वाला चेहल्लुम (चालीसा) आज सोमवार को काशीपुर में सादगी के साथ मनाया गया। चेहल्लुम मनाने वाले मुस्लिम लोगों ने अलग अलग इलाको में बनाएं गए ताजियों को लेकर अल्ली खा स्थित करबला मैदान पहुंचे जहां नियाज़ और फातिहा की रस्म के बाद ताजियों को दफनाने की रस्म अदायगी हुई। इस दौरान करबला मैदान में काशीपुर कर्बला कमेटी द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए जहां पुलिस प्रशासन की और से सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद बनी रही। जहां इस दौरान करबला मैदान में कमेटी अध्यक्ष रफी खान, मोहर्रम कमेटी अध्यक्ष इनाम सिद्दीकी,अब्दुल रशीद नश्तर,पप्पू मंसूरी,परवेज मंसूरी, अली जान,हाजी कमर नईम, अनवार चौधरी आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।
चेहल्लुम पर्व पर मीडिया को जानकारी साझा करते हुए करबला कमेटी के अध्यक्ष रफी खान ने बताया कि इस्लामिक वर्ष के पहले माह मोहर्रम की 10 तारीख को कर्बला की जंग में नवासा- ए-रसूल इमाम हुसैन को शहीद कर दिया गया था। इस तारीख को उनकी याद में मोहर्रम पर्व मनाए जाने के पश्चात आज शहादते हुसैन के 40 दिन पूरे होने पर मुसलमानों द्वारा चेहल्लुम (चालीसा) मनाया जाता है,जिसमें ताजियों को करबला मैदान में लाकर नियाज़ फातिहा की रस्म के बाद दफीनें की रस्म अदाईगी करी जाती है और मुस्लिम समाज के लोग इस दिन रोजा रखते हुए रब की इबादत में अपने को सम्मिलित कर खुदा को राज़ी करने का प्रयास करते हैं।
संपादक: जुगनू खबर
संपर्क: +91 94125 28011