काशीपुर। जिला उधम सिंह नगर जमीयत उलमा-ए-हिंद की जिला कार्यकारिणी में से जिला इकाई का गुरुवार को चुनाव सम्पन्न हुआ। जिसमें जिले के सदर, दो नयाब सदर, एक जनरल सेक्रेटी, खजांची को सर्वसम्मति से चुना गया। चुनावी सभा का आगाज जमियत उलेमा हिंद उत्तराखंड सूबे सदर मौलाना हुसैन अहमद साहब के हुक्म पर उत्तराखंड सूबे के जनरल सेक्रेटरी मौलाना शराफत की तिलावते कलाम से हुआ। चुनावी सभा का संचालन करते हुए मौलाना शाकिर ने उद्देश्यो पर प्रकाश डाला। चुनाव प्रदेश जमीयत उलमा से आए उत्तराखंड सूबे के सदर ने चुनाव पर्यवेक्षक के रूप में पहुंचकर अपनी देख रेख में कराया।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुलडोजर कार्यवाही पर अंतरिम रोक का स्वागत करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बुलडोजर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम रोक लगा दी है। गुरुवार को जमियत के कार्यालय में जमीयत उलमा-ए-हिंद की जिला इकाई की चुनावी सभा थी। चुनावी सभा में जिले भर से कई लोग जमीयत उलमा के सक्रिय सदस्यों ने भाग लेकर सर्वसम्मति से जिला यूनिट का चुनाव किया ।
जिला सदर के लिए हाजी तय्यब ने मौलाना जियाउरहमान का नाम रखा जिसे सभी लोगों ने हाथ उठाकर सर्वसम्मती दी। जिला सदर बनने के पश्चात दो नायब सदर के लिए मौलाना शाकिर नदवी व मौलाना शाकिर घोसीपुरा वालो को चुना गया जिला महासचिव के लिए काशीपुर निवासी एडवोकेट अली अनवर व कोषाध्यक्ष मौलाना युनुस के नामों के प्रस्ताव रखे जिसको सभी सदस्यों ने हाथ उठाकर मंजूरी दी।
चुनाव प्रक्रिया के समापन पर जमियत उलेमा हिंद उत्तराखंड सूबे के जनरल सेक्रेटरी मौलाना शराफत साहब ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि अल्लाह करे इनसे बड़े बड़े काम ले और खिदमत करना हौसला और जज़्बा दे। मौलाना शराफत साहब ने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद एक ऐतिहासिक संगठन है जिसने देश की आज़ादी में विशेष भूमिका निभाते हुए बड़ी कुर्बानी दी है। उन्होंने सरकार द्वारा चलाये जा रहे बुलडोजर पर विचार रखते हुए कहा कि सरकार बुलडोकर चलाकर भय पैदा करना चाहती है जोकि गैर कानूनी है।
जमियत उलेमा हिंद उधम सिंह नगर के जनरल सेक्रेटरी जनाब अली अनवर ने कहा की सुप्रीम कोर्ट ने जमीयत उलमा हिंद की याचिका पर सुनवाई करते हुए 1 अक्टूबर 2024 तक बुलडोजर चलाने पर अंतरिम रोक लगाई है जोकि माननीय न्यायालय का फैसला स्वागत योग्य है। गोर तालाब बात ये भी है की अली अनवर सूचना का अधिकार अधिनियम के एक्सपर्ट के रूप मे जाने जाते है हाल हीं मे उत्तराखंड का करोड़ो का टेबलेट घोटाला सूचना के जरिये उजागर किया था चुनावी सभा की अध्यक्षता चुनावी पर्यवेक्षक के तौर पर आये मौलाना शराफत साहब ने कहा कि हमारे उलमा ने दारूल उलूम देवबंद व दूसरे मदरसो की बुनियाद को रखा गया और स्वतंत्रता की लड़ाई को मजबूती से लड़ा।
चुनावी सभा में अली अनवर एडवोकेट ने जिले की सेकेट्री रिपोर्ट को सुनाते हुए जिले भर में जमीयत उलमा द्वारा किए गए कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। मौलाना शराफत साहब ने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिन्द का दो साल का टर्म होता है तथा हर दो साल बाद टर्म पूरा होने पर सदस्यता अभियान चलाया जाता है जोकि सदस्यता अभियान 15 सितंबर 2024 को पूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान समाप्ति के बाद देश भर में यूनिटों को और ज्यादा सक्रिय मजबूत करने के लिये नये पदाधिकारियों का गठन किया जाता है इसी संबंध में ये चुनावी सभा का आयोजन किया गया है।
इस सभा में आलमगीर, कारी अहमद, हाजी तय्यब, कारी गुलाम नबी, मौलाना युसूफ, तय्यब साहब,मौलाना अकरम, मौलाना वकील, आदि के अलावा सेकडो लोग मौजूद रहे।
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