काशीपुर। संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरे देश के साथ-साथ उत्तराखंड में भी तहसील परिसर में तीन कृषि कानून कानून की प्रतियां जलाईं। इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रदेश महासचिव अवतार सिंह के नेतृत्व में तीन कृषि कानून की प्रतियां काशीपुर तहसील परिसर में जलाई गईं। इस दौरान अवतार सिंह ने कहा कि हम लोगों ने तीन कानून केंद्र सरकार को वापस करवाए थे जो कि 2020 में वह लेकर आए थे। 2020 में ही किसान वहां पहुंच गया था और 2021 में हम 13 महीना इंतजार करने के बाद उन कानूनों को पीएम मोदी सरकार ने वापस लिया था तथा यह वायदा किया था कि तीनों कानून वापस करते हैं और किसानों द्वारा जो भी मांगे हैं जैसे एमएसपी की गारंटी और जितने किसानों पर केस लागू हुए थे वह सारे वापस लिये जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि फिर वह तीन कानून किसी न किसी तरह से वापस लाना चाहते हैं। वह केंद्र सरकार लागू न करके राज्य सरकारों को भेजना चाहती है और राज्य सरकार से लागू करवाकर इन्हें फिर हमारे सामने पेश करना चाह रही है। इन कृषि कानून से देश का बहुत बड़ा नुकसान होने जा रहा है। आज जो देश बचा हुआ है सिर्फ किसान और मजदूर की वजह से बचा हुआ है। जो लड़ाई किसान और मजदूर ने मिलकर दिल्ली में लड़ी थी। दिल्ली के बॉर्डर पर किसान 13 महीने रहे थे। यदि यह तीन कानून लागू हो जाते हैं तब कृषि तो पूरी तरह उनके हाथ में चली जाएगी लेकिन कृषि से संबंधित हर वह व्यापारी खत्म हो जाएगा। जब यह कृषि नीति लागू हो जाएगी तो सारा कृषि उत्पाद संबंधित सभी सामान बड़े शोरूम में बिकेगा। सारे लोग बेरोजगार हो जाएंगे और छोटी-मोटी फैक्ट्रियां भी खत्म हो जाएंगे। देश में सब जगह इसका विरोध किया जा रहा है और इसकी प्रतियां जलाईं जा रही हैं। इस मौके पर जोगा सिंह, रघुवीर सिंह, दीपक चौधरी, गोगा सिंह, निर्मल सिंह, नवल सिंह, पंकज, महेंद्र सिंह, मुख्तयार सिंह, हरदीप सिंह, अब्दुल करीम, रफीक अहमद, निसार अहमद, नरेंद्र कौर, रमनप्रीत कौर व गुरुदत्त सिंह आदि उपस्थित रहे।
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