June 16, 2025

काशीपुर मास्टर इंटरनेशनल स्कूल में बसंत पंचमी का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय में विशेष पूजा, हवन का आयोजन किया गया। बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर विद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने माँ सरस्वती की पूजा अर्चना कर ज्ञान, विद्या और सुख-समृद्धि की कामना की।
बसंत पंचमी को ‘माघ पंचमी’ भी कहा जाता है और इसे विद्या की देवी माँ सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। भारतीय संस्कृति में यह दिन शिक्षा, संगीत, कला और साहित्य से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है। मान्यता है कि इस दिन माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना करने से बुद्धि प्रखर होती है और ज्ञान का प्रकाश मिलता है।
मास्टर इंटरनेशनल स्कूल में इस अवसर पर भव्य पूजा और हवन का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक, छात्र-छात्राएँ और अभिभावकों ने भाग लिया। सुबह विद्यालय परिसर को फूलों और रंगोली से सजाया गया। माँ सरस्वती की प्रतिमा को विशेष रूप से पीले और सफेद पुष्पों से सजाया गया था।
पूजा समारोह का शुभारंभ वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ हुआ। पंडित जी द्वारा विधिपूर्वक माँ सरस्वती की पूजा करवाई गई, जिसके बाद विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों ने हवन में आहुति दी। पूरे विद्यालय में भक्ति और श्रद्धा का वातावरण बना रहा।
विद्यालय के छात्रों ने इस अवसर पर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की और माँ सरस्वती के स्तोत्र का पाठ किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने विद्यार्थियों को बसंत पंचमी के महत्व के बारे में बताया और कहा कि शिक्षा जीवन का सबसे बड़ा धन है। उन्होंने विद्यार्थियों को परिश्रम और अनुशासन का पालन करने की प्रेरणा दी।
इस कार्यक्रम में अभिभावकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वे पीले वस्त्र पहनकर आए और माँ सरस्वती को अर्पित करने के लिए पीले रंग के फूल और मिठाइयाँ लेकर आए। माता-पिता ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रार्थना की और समाज में एकता और प्रेम बनाए रखने की कामना की।
पूजा और हवन के उपरांत सभी उपस्थित लोगों को प्रसाद और पंचामृत का वितरण किया गया। उपस्थित विद्यार्थियों और अभिभावकों ने माँ सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त किया और उनके ज्ञान और विद्या में वृद्धि की कामना की।
विद्यालय के प्रबंधिका ने सभी को बसंत पंचमी की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि ऐसे धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का विकास करने में सहायक होते हैं। उन्होंने विद्यालय में आगे भी इस तरह के आयोजनों को जारी रखने की बात कही।
बसंत पंचमी का यह उत्सव न केवल विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति से जोड़ता है, बल्कि उन्हें नैतिक और आध्यात्मिक रूप से भी समृद्ध करता है। इस अवसर पर पूरे विद्यालय में एक अद्भुत सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ।

मास्टर इंटरनेशनल स्कूल में इस विशेष आयोजन ने सभी के मन में श्रद्धा, भक्ति और ज्ञान प्राप्ति की भावना जागृत की। कार्यक्रम का समापन माँ सरस्वती की आरती और जयघोष के साथ हुआ, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।

विद्यालय परिवार ने यह संकल्प लिया कि वे विद्या और ज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे और बच्चों को एक उज्ज्वल भविष्य देने के लिए संकल्पित रहेंगे।

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