November 1, 2024
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काशीपुर के प्रसिद्ध मास्टर इंटरनेशनल स्कूल में गत वर्ष के भाँति इस वर्ष भी हरेला उत्सव धूमधाम से मनाया गया। जिसमें कक्षा छह से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों ने वृक्षा रोपण किया एवं कक्षा 5 से 8 तक के विद्यार्थियों ने कुमाऊं परिधान पहनकर हरेला से संबंधित गानों पर नृत्य प्रस्तुत किया। कक्षा पाँच के गौरांश उपाध्याय और काव्य चौहान ने अंग्रेजी में भाषण के माध्यम से विद्यार्थियों को हरेला पर्व के विषय में बताया। वही कक्षा सात के आदित्य सारस्वत ने हिंदी भाषण के माध्यम से विद्यार्थियों को हरेला पर्व से अवगत कराया। इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रकृति के साथ जोड़ना है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर गौरव गर्ग जी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि हमें प्रकृति से जुड़े रहना चाहिए, जितना हम अपनी धरती माँ से जुड़े रहेंगे उतना ही हम आने वाले समय में स्वच्छ वातावरण प्राप्त कर सकेंगे। प्रधानाचार्य जी ने कहा कि लोग वृक्ष काटकर मकान, मॉल, ब्रिज जैसी चीज बना रहे लेकिन यह नहीं सोच रहे हैं कि हम वृक्षों को काटकर अपना बहुत नुकसान कर रहे हैं। वृक्षों से ही हमें शुद्ध हवा और बारिश प्राप्त होती है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रत्येक वर्ष एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए। विद्यालय के प्रधानाचार्य जी ने आव्हान किया कि विद्यार्थियों को अपने जन्मदिन पर, अपने माता-पिता के जन्म दिवस पर तथा उनकी सालगिरह पर दो दो वृक्ष अवश्य लगाने चाहिए यह यह वृक्ष किसी भी अस्पताल, विद्यालय, धार्मिक स्थल, पार्क तथा खुले मैदान में लगाए जाने चाहिए, जो अब से लगाने के बाद पाँच से दस वर्ष बाद छाया एवं फल प्रदान करेंगे।

कहा जाता है कि हरेला हरियाली से जुड़ा उत्तराखंड का प्रमुख त्यौहार है। हरेला का अर्थ है हरियाली इस पर मुख्यतः शिव भगवान की पूजा की जाती है। इस त्यौहार को शिव पार्वती के विवाह के रूप में भी मनाया जाता है, जहां प्रकृति का हरा रंग मन मोहने वाला होता है वहीं हरा रंग मन को शांति और शीतलता का एहसास कराता है। यह रंग सुख-शांति और स्फूर्ति देने वाला होता है। धर्मशास्त्रों में प्रकृति को ईश्वर का रूप माना गया है और इसलिए उसकी पूजा भी की जाती है।

सभी विद्यार्थियों ने प्रण लिया कि वह अपने विद्यालय और घर पर प्रत्येक वर्ष एक-एक वृक्ष अवश्य लगाएंगे।

इसी के साथ विद्यालय में कक्षा नर्सरी से कक्षा यूकेजी तक के विद्यार्थियों का सोलो डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें कक्षा प्री नर्सरी और नर्सरी के विद्यार्थियों ने फ़िल्मी गाने तथा लोक नृत्य गानों पर नृत्य प्रस्तुत किया। जिसमें प्री नर्सरी में अनायरा प्रथम तथा उन्नती द्वितीय स्थान पर रही। वही नर्सरी में सानवी मेहरोत्रा प्रथम एवं पावनी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। और एल. के.जी. के विद्यार्थियों ने पंजाबी गानों पर नृत्य की प्रस्तुति दी। जिसमें रिमशा ने प्रथम स्थान, कनिका जोशी ने द्वितीय स्थान तथा कात्यानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी के

साथ कक्षा यूकेजी के विद्यार्थियों ने देशभक्ति गानों पर नृत्य प्रस्तुत किया। यूकेजी में ऋषिका गुप्ता ने प्रथम स्थान आयजा ने द्वितीय स्थान तथा ऋषिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी छोटे नन्हे- मुन्ने बच्चों का नृत्य मन को मोह लेने वाला था।

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